विद्याभारती E पाठशाला
Lesson – 16 (शिक्षा शिक्षण)
बाल विकास के सिद्धान्त
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बाल विकास की अवधारणा Concept of Child Development
समय के साथ किसी व्यक्ति में हुए गुणात्मक एवं परिमाणात्मक परिवर्तन को उस व्यक्ति का विकास कहा जाता है। विकास के कई आयाम होते हैं, जैसे- शारीरिक विकास, सामाजिक विकास, संज्ञानात्मक विकास, भाषायी विकास, मानसिक विकास आदि। किसी बालक में समय के साथ हुए गुणात्मक एवं परिमाणात्मक परिवर्तन को बाल विकास कहा जाता है। बालक के शारीरिक, मानसिक एवं अन्य प्रकार के विकास कुछ विशेष प्रकार के सिद्धान्तों पर ढले हुए प्रतीत होते हैं। इन सिद्धान्तों को बाल विकास का सिद्धान्त कहा जाता है।
Lesson – 16 (शिक्षा शिक्षण)
बाल विकास के सिद्धान्त
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बाल विकास की अवधारणा Concept of Child Development
समय के साथ किसी व्यक्ति में हुए गुणात्मक एवं परिमाणात्मक परिवर्तन को उस व्यक्ति का विकास कहा जाता है। विकास के कई आयाम होते हैं, जैसे- शारीरिक विकास, सामाजिक विकास, संज्ञानात्मक विकास, भाषायी विकास, मानसिक विकास आदि। किसी बालक में समय के साथ हुए गुणात्मक एवं परिमाणात्मक परिवर्तन को बाल विकास कहा जाता है। बालक के शारीरिक, मानसिक एवं अन्य प्रकार के विकास कुछ विशेष प्रकार के सिद्धान्तों पर ढले हुए प्रतीत होते हैं। इन सिद्धान्तों को बाल विकास का सिद्धान्त कहा जाता है।
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