शिक्षा दर्शन- 32
भारतीय शिक्षा के मूल तत्व 7
शिक्षा दर्शन के द्वारा शिक्षा की दिशा निर्धारित होती है ।
शिक्षा के लक्ष्य तथा शिक्षा के विभिन्न पक्षों का स्वरूप क्या
हो या शिक्षा दर्शन निश्चित करता है। किंतु शिक्षा के लक्ष्य
कैसे प्राप्त किए जा सकते हैं अथवा शिक्षा की पद्धति क्या है ,
यह मनोविज्ञान के द्वारा निर्धारित होता है । अतः शिक्षा का
मनोविज्ञान से घनिष्ठ संबंध माना गया है । शिक्षा मानव
विकास की प्रक्रिया है । मनोविज्ञान मानव प्रकृति का
अध्ययन करता है । मनस तत्व की व्याख्या करता है प्रकृति
एवं मानस विकास के अभिकरण हैं हैं। मनोविज्ञान शिक्षा की
प्रक्रिया में सहायक होता है। इसी कारण शिक्षा मनोविज्ञान
का विकास स्वतंत्र विषय के रूप में हुआ है । मनोविज्ञान का
शाब्दिक अर्थ मन का विज्ञान है साइकोलॉजी शब्द का अर्थ
आत्मा का विज्ञान है ।
शिक्षा के लक्ष्य तथा शिक्षा के विभिन्न पक्षों का स्वरूप क्या
हो या शिक्षा दर्शन निश्चित करता है। किंतु शिक्षा के लक्ष्य
कैसे प्राप्त किए जा सकते हैं अथवा शिक्षा की पद्धति क्या है ,
यह मनोविज्ञान के द्वारा निर्धारित होता है । अतः शिक्षा का
मनोविज्ञान से घनिष्ठ संबंध माना गया है । शिक्षा मानव
विकास की प्रक्रिया है । मनोविज्ञान मानव प्रकृति का
अध्ययन करता है । मनस तत्व की व्याख्या करता है प्रकृति
एवं मानस विकास के अभिकरण हैं हैं। मनोविज्ञान शिक्षा की
प्रक्रिया में सहायक होता है। इसी कारण शिक्षा मनोविज्ञान
का विकास स्वतंत्र विषय के रूप में हुआ है । मनोविज्ञान का
शाब्दिक अर्थ मन का विज्ञान है साइकोलॉजी शब्द का अर्थ
आत्मा का विज्ञान है ।
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