शिक्षा दर्शन- 18 प्रश्नोत्तर कौशल

विद्याभारती E पाठशाला
Lesson – 18 (शिक्षा शिक्षण)
भाषा और चिन्‍तन
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भाषा
भाषा भावों को अभिव्यक्त करने का एक माध्यम है। मनुष्य पशुओं से इसलिए श्रेष्ठ है क्योंकि उसके पास अभिव्यक्ति के लिए एक ऐसी भाषा होती है, जिसे लोग समझ सकते हैं।
भाषा बौद्धिक क्षमता को भी अभिव्यक्त करती है।
बहुत-से लोग वाणी और भाषा दोनों का प्रयोग एक-दूसरे के पर्यायवाची के रूप में करते हैं, परन्तु दोनों में बहुत अन्तर है।
हरलॉक ने दोनों शब्‍दों को निम्‍नलिखित रूप से स्‍पष्‍ट किया है।
(1) भाषा में सम्प्रेषण के वे सभी साधन आते हैं, जिसमें विचारों और भावों को प्रतीकात्मक बना दिया जाता है जिससे कि अपने विचारों और भावों को दूसरे से अर्थपूर्ण ढंग से कहा जा सके।
(2) वाणी भाषा का एक स्वरूप है जिसमें अर्थ को दूसरों को अभिव्यक्त करने के लिए कुछ ध्वनियाँ या शब्द उच्चारित किए जाते हैं। ड वाणी भाषा का एक विशिष्ट ढंग है। भाषा व्यापक सम्प्रत्यय है। वाणी, भाषा का एक माध्यम है।

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