विद्याभारती E पाठशाला
विद्याभारती शिक्षा दर्शन – 4
विद्या भारती की रीति-नीति एवं कार्य पद्धति
हिन्दुत्व हमारे कार्य का अधिष्ठान हैं । जगत कल्याणकारी हमारा कार्य है। संघ हमारे कार्य का प्रेरणा केन्द्र है। हम सभी संघ की सर्वमंगलकारी रीतिनीति का अनुषरण करते है।
विद्याभारती विष्व का सबसे बड़ा गैर सरकारी शैक्षिक संगठन है।
इतना बड़ा संगठन, बड़ी संख्या में विद्यालयों का संचालन हमारी विषेष रीतिनीति के साथ कार्य करते हुए हम भारत को विष्वगुरु का स्थान पुनः दिलवाना चाहते है।
रीति - जिस प्रक्रिया से नियमों को नीचे तक ले जाते है ।
नीति:- लक्ष्य प्राप्ति हेतु बनाये गये नियामें को नीचे ले जाना ।
लक्ष्य को ध्यान में रखकर रीतिनीति में आवष्यकतानुसार सारा परिवर्तन तो हो सकता है पर अवांछनीय समझौता नहीं।
विद्याभारती शिक्षा दर्शन – 4
विद्या भारती की रीति-नीति एवं कार्य पद्धति
हिन्दुत्व हमारे कार्य का अधिष्ठान हैं । जगत कल्याणकारी हमारा कार्य है। संघ हमारे कार्य का प्रेरणा केन्द्र है। हम सभी संघ की सर्वमंगलकारी रीतिनीति का अनुषरण करते है।
विद्याभारती विष्व का सबसे बड़ा गैर सरकारी शैक्षिक संगठन है।
इतना बड़ा संगठन, बड़ी संख्या में विद्यालयों का संचालन हमारी विषेष रीतिनीति के साथ कार्य करते हुए हम भारत को विष्वगुरु का स्थान पुनः दिलवाना चाहते है।
रीति - जिस प्रक्रिया से नियमों को नीचे तक ले जाते है ।
नीति:- लक्ष्य प्राप्ति हेतु बनाये गये नियामें को नीचे ले जाना ।
लक्ष्य को ध्यान में रखकर रीतिनीति में आवष्यकतानुसार सारा परिवर्तन तो हो सकता है पर अवांछनीय समझौता नहीं।
No comments:
Post a Comment