विद्याभारती E पाठशाला
भारतीय शिक्षा के मूल तत्व - 30
सृष्टि की सोद्देश्यता एवं परस्पर पूरक व्यवस्था
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भारतीय दार्शनिक एवं विचारक सृष्टि की उत्पत्ति परम चेतन तत्व चेतन तत्व ब्रह्मा से मानते हैं । तथा चराचर सृष्टि उस उद्गम में मिलने के लिए प्रयत्नशील है। इसीलिए इससे सृष्टि चक्र कहा है । श्री अरविंद के अनुसार जल तत्व में प्राण और प्राण में जीव तथा जीभ में मानस का अवतरण घटना मात्र नहीं है ,बल्कि उसके पीछे दैवीय प्रकृति का एक आयोजित उद्देश्य है।
भारतीय शिक्षा के मूल तत्व - 30
सृष्टि की सोद्देश्यता एवं परस्पर पूरक व्यवस्था
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भारतीय दार्शनिक एवं विचारक सृष्टि की उत्पत्ति परम चेतन तत्व चेतन तत्व ब्रह्मा से मानते हैं । तथा चराचर सृष्टि उस उद्गम में मिलने के लिए प्रयत्नशील है। इसीलिए इससे सृष्टि चक्र कहा है । श्री अरविंद के अनुसार जल तत्व में प्राण और प्राण में जीव तथा जीभ में मानस का अवतरण घटना मात्र नहीं है ,बल्कि उसके पीछे दैवीय प्रकृति का एक आयोजित उद्देश्य है।
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