Lesson 1 ( विद्याभारती परिचय)

Lesson 1 ( विद्याभारती परिचय)

विद्या भारती
बालक ही हमारी आशाओं का केंद्र है. वही हमारे देश, धर्म एवं संस्कृति का रक्षक है. उसके व्यक्तित्व के विकास में हमारी संस्कृति एवं सभ्यता का विकास निहित है. आज का बालक ही कल का कर्णधार है. बालक का नाता भूमि एवं पूर्वजों से जोड़ना, यह शिक्षा का सीधा, सरल तथा सुस्पस्ट लक्ष्य है. शिक्षा और संस्कार द्वारा हमें बालक का सर्वांगीण विकास करना है.

विद्याभारती परिचय का व्यापक स्वरुप हम सभी को जानना चाहिए. इसलिए पहला पाठ विद्याभारती के परिचय का है.
विद्यालय के प्रारंभ में वार्षिक दैनन्दिनी की आवश्यकता भी रहती है. अतः संग्रह हमारे पास रहना चाहिए.

1- विद्याभारती परिचय pdf

2- वार्षिक दैनन्दिनी

https://www.youtube.com/watch?v=JwrwX_a6YRc

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